
आम आदमी पार्टी को एलएससी दुकानदारों को डीसीलिंग पर बेवकूफ बनाना बंद करना चाहिए, मेयर की सहमति के बिना कोई कमिश्नर नहीं जा सकता कोर्ट - वीरेंद्र सचदेवा
3 जनवरी को मेरी उपस्थिति में हौज खास के व्यापारियों ने 2 दुकानें डी-सील कर दीं लेकिन मेरी चेतावनी के बावजूद मेयर ने उन्हें तुरंत फिर से सील करवा दिया - वीरेंद्र सचदेवा
मैं सुश्री आतिशी, सौरभ भारद्वाज और मेयर को आगे आने और खुद एल.एस.सी. दुकानों को डीसील करने की चुनौती देता हूं जैसे 3 जनवरी को मेरे द्वारा किया गया - वीरेंद्र सचदेवा
असल में आम आदमी पार्टी एल.एस.सी. दुकानदारों से पैसा वसूलने के लिए डीसीलिंग में देरी कर रही है - वीरेंद्र सचदेवा
नई दिल्ली 19 जनवरी : दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को लोकल शॉपिंग सेंटर के व्यापारियों को बेवकूफ बनाना बंद करना चाहिए जो अपनी दुकानों को सील करवाने के लिए हर संभव लड़ाई लड़ रहे हैं।
श्री सचदेवा ने कहा है कि मंत्री सुश्री आतिशी एवं सौरभ भारद्वाज जो संवैधानिक पदों पर बैठे हैं को मीडिया के सामने यह दिखावा करके व्यापारियों को बेवकूफ बनाते देख आश्चर्य हो रहा है की दिल्ली नगर निगम में सत्तासीन आम आदमी पार्टी एल.एस.सी. दुकानों को डी-सील करना चाहती है पर निगमायुक्त नही करने दे रहे।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय की न्यायिक समिति की अनुशंसा के अनुरूप दुकानें डी-सीलिंग होनी हैं पर एमसीडी कमिश्नर सुप्रीम कोर्ट गए हैं। यह चौंकाने वाली बात है कि संवैधानिक पद पर होने के बावजूद दोनों मंत्री यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि एक आयुक्त अपने मेयर या सदन के जनहित के फैसले काट सकता है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि जिस दिन से न्यायिक समिति ने एल.एस.सी. को डी-सील करने की सिफारिश की थी, उसी दिन ही दिल्ली भाजपा ने कहा है की मेयर को चाहिए कि वे दुकानदारों को स्वयं डी-सीलिंग करने की अनुमति दें, लेकिन वास्तव में आम आदमी पार्टी एल.एस.सी. दुकानदारों से चुनावी फंड वसूलना चाहती है। इसलिए महापौर डाॅ. शैली ओबेरॉय ने कमिश्नर को कोर्ट जाने के लिए उकसाया, लेकिन जब बीजेपी ने हौज खास में दुकानों की सांकेतिक डीसीलिंग करवाकर इस मुद्दे को उठाया तो AAP नेताओं ने कमिश्नर के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया और उन्हें बचाने की कार्रवाई का सामना करना पड़ा।
श्री सचदेवा ने कहा है कि 3 जनवरी को मेरी मौजूदगी में हौज खास के व्यापारियों ने 2 दुकानों को डी-सील कर दिया था, लेकिन मेरी चेतावनी के बावजूद मेयर ने उन्हें 2 घंटे के भीतर दोबारा सील करवा दिया।
यदि मेयर और आम आदमी पार्टी वास्तव में एल.एस.सी. दुकानों की सील हटाना चाहते थे तो मेयर को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि जो दुकानें हौज काज में दुकानदारों ने खुद डी-सील की उनकी डी-सीलिंग नियमित की जाए।
श्री सचदेवा ने कहा कि हम सुश्री आतिशी, सौरभ भारद्वाज और मेयर को चुनौती देते हैं की आगे आएं और खुद एल.एस.सी. दुकानों को डीसील करें जैसा कि मैंने 3 जनवरी को किया था क्योंकि दुकानों की डी-सीलिंग पर सुप्रीम कोर्ट का कोई प्रतिबंध नहीं है।
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