मदन लाल खुराना जी का जन्म 15 अक्टूबर 1936 को ल्याल्लपुर (वर्तमान फैसलाबाद) में हुआ। उनके पिता का नाम एसडी खुराना और माँ का नाम लक्ष्मी देवी था। भारत के विभाजन के समय उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा और नई दिल्ली के कीर्ति नगर के शरणार्थी शिविर में रहे।
उन्होंने अपनी स्नातक की शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ी मल कॉलेज से प्राप्त की। इसके अलावा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से भी शिक्षा ग्रहण की। इलाहाबाद में ही उनकी छात्र राजनीति की शुरुआत हुई और इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के महामंत्री भी चुने गए। 1960 में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सचिव बने। सक्रिय राजनीति में आने से पहले उन्होंने पीजीडीएवी कॉलेज में अध्यापन किया। वहीं पर प्रोफेसर विजय कुमार मल्होत्रा, केदारनाथ साहनी जैसे नेताओं के साथ मिलकर दिल्ली में जनसंघ को स्थापित किया। वह 1965 से 67 तक जनसंघ के महामंत्री रहे।
1984 में जब भारतीय जनता पार्टी की बुरी तरह से हार हुई तब राजधानी दिल्ली में फिर से पार्टी को खड़ा करने में खुराना का बड़ा योगदान था। केन्द्र में जब पहली बार भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनी तो मदन लाल खुराना जी केंद्रीय मंत्री बने। उन्होंने दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष (29 मार्च से 19 दिसंबर 2003) तक पार्टी की कमान संभाली और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी निभाई।
मदनलाल खुराना जी 1977 से 1980 तक दिल्ली के कार्यकारी पार्षद रहे। उसके बाद दो बार महानगर पार्षद बने।
दिल्ली को जब राज्य का दर्जा मिला तो वह 1993 में पहले मुख्यमंत्री चुने गए। इस पद पर वह 1996 तक रहे। 2013 में उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ जिस कारण वे सक्रिय राजनीति से दूर हो गए। 27 अक्टूबर 2018 को उनका निधन हो गया।